वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाई जाए : रज्जू खान

वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाई जाए : रज्जू खान
रायबरेली 5 दिसंबर 2025
समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आफताब अहमद रज्जू खान एडवोकेट ने कहा कि देशभर में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, पारदर्शिता और डिजटलीकरण के उद्देश्य से शुरू किया गया। उम्मीद पोर्टल फिलहाल गंभीर तकनीकी समस्याओं से जूझ रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित 05 दिसंबर 2025 की अंतिम तिथि आज ही है लेकिन पोर्टल की स्थिति ऐसी है कि अधिकांश वक्फ बोर्ड, मुतवल्ली और प्रबंधक पंजीकरण की प्रक्रिया पूरा कर ही नहीं पा रहे हैं। लगातार सर्वर डाउन होना फर्म का सेव ना होना, दस्तावेज अपलोड में त्रुटियां, लॉगिन आदि की समस्या इन सभी ने मिलकर पंजीकरण को एक चुनौती ही नहीं बल्कि एक बड़ी कठिनाई में बदल दिया है।
रज्जू खान ने कहा कि सैकड़ो मुतवल्ली और संस्थाएं यह बता चुकी हैं कि कई दिनों के प्रयास के बाद भी वह सिर्फ प्रारंभिक चरण तक पहुंच पा रहे हैं कुछ तो अपनी वक्त संपत्तियों का विवरण दर्ज करने के बाद भी यह देखकर निराशा है कि पोर्टल ने डाटा को सेव ही नहीं किया इसके चलते पूरा विवरण दोबारा भरना पड़ रहा है जो की सरकार की कर शैली पर सवालिया निशान है ग्रामीण क्षेत्रों में जहां इंटरनेटकी स्थिति पहले से ही कमजोर है वहां यह समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। श्री खान ने कहा कि वक्फ संपत्तियां सिर्फ जमीन इमारत या रिकॉर्ड नहीं बल्कि वह एक समुदाय के धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है मस्जिद मदरसे कब्रिस्तान खानकहें ईदगाहे यतीमखाने और अनेकों सामाजिक कल्याण केंद्र इन्हीं संपत्तियों पर आधारित हैं यदि पंजीकरण तकनीकी बाधाओं के कारण अधूरा रह जाता है तो इन संपत्तियों पर अतिक्रमण हेरा फेरी या गलत प्रबंधन का खतरा बढ़ जाएगा यही वजह है कि प्रत्येक संपत्तियों का सही और पूर्ण पंजीकरण बेहद आवश्यक है और यह तभी संभव है जब पोर्टल सुचारू रूप से कम करें और उपयोगकर्ताओं को पर्याप्त समय मिले। श्री खान ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री भारत सरकार से मांग की है कि पंजीकरण के पोर्टल की तकनीकी खामियों को देखते हुए पंजीकरण की तिथि कम से कम एक महीना और बढ़ाई जाए जिस वक्फ संपत्तियों की दीर्घकालिक सुरक्षा पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रहे।



